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इंटरनेशनल मेडिकल जर्नल के दावे से हड़कंप, बाहर की तुलना में बंद कमरों और इमारतों में अधिक फ़ैल रहा है कोरोना वायरस

रांची: इंटरनेशनल मेडिकल जर्नल के दावे से हड़कंप, बाहर की तुलना में बंद कमरों और इमारतों में अधिक फ़ैल रहा है कोरोना वायरस, हवा के अलावा दुसरे तरीको से कोरोना फैलने का अबतक कोई प्रामाणिक सबूत नहीं मिला है :

कोरोना वायरस बाहर की खुली हवा के मुक़ाबले बंद कमरे या इमारतों के अंदर ज्यादा तेजी से फ़ैल रहा है

इंटरनेशनल मेडिकल जर्नल ‘द लैंसेट’ ने SARS-CoV2 ( नावेल कोरोना वायरस ) पर अपनी शोध प्रकाशित की है, जिसने दुनियाभर के वैज्ञानिको के अबतक के रिसर्च और वायरस से जुडी उनकी धारणा को हिला कर रख दिया है. द लैंसेट के ताजा शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि कोरोना वायरस बाहर की खुली हवा के मुक़ाबले बंद कमरे या इमारतों के अंदर ज्यादा तेजी से फ़ैल रहा है. अबतक वैज्ञानिक हवा के अलावा सतह को छूने, एक दुसरे से मिलने,

लोग एक दुसरे से दूरी बनाकर बिना मिले ही संक्रमित हो गए

शारीरिक संपर्क में आने से कोरोना संक्रमण के ज्यादा फैलने की बात कहते रहे है. मगर पत्रिका ने अपने शोध में बताया है कि ऐसा नहीं है की एक दुसरे से ना मिलने पर लोग संक्रमित नहीं हो रहे है. पत्रिका के शोध में बताया गया है कि लोग एक दुसरे से दूरी बनाकर बिना मिले ही संक्रमित हो गए. ये लोग एक दुसरे के सीधे संपर्क में कभी नहीं आये. मगर हवा में मौजूद कणों के माध्यम से लोग संक्रमित हुए.

पत्रिका के शोध में आगे बताया गया है कि दो अलग अलग कमरों में रहने वाले लोगो के बीच भी संक्रमण हो गया. ये लोग एक कमरे से दुसरे कमरे में कभी नहीं गए. बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों से दुनिया में 60% लोगो को संक्रमण हुआ है. मगर ये पता लगा पाना मुश्किल है की ऐसे मरीज कौन है ? पत्रिका में कहा गया है कि बाहर खुली हवा के मुक़ाबले बंद कमरे और इमारतों में संक्रमण फैलने का ख़तरा ज्यादा है.

सख्ती से पालन कराने वाले अस्पतालों में भी संक्रमण तेजी से फ़ैल गया

इतना ही नहीं कोरोना नियमो का सख्ती से पालन कराने वाले अस्पतालों में भी संक्रमण तेजी से फ़ैल गया. अस्पतालों के एयर फ़िल्टर और बिल्डिंग डक्ट में भी कोरोना वायरस मिला है. हवा के माध्यम से वायरस के फैलने का अंदाजा इससे लगाइये कि अलग अलग पिंजरे में बंद जानवरो को भी संक्रमण हुआ. जबकि ये जानवर एक दुसरे के करीब कभी नहीं गए और ना ही एक दुसरे के संपर्क में कभी आये. पत्रिका ने अपने शोध में कहा है कि कोरोना वायरस हवा से नहीं फैलता इसका सबूत अबतक नहीं मिला है. हवा के अलावा दुसरे तरीको से संक्रमण फैलने का भी अबतक कोई प्रामाणिक सबूत नहीं मिला है.

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