रांचीः हज पर भेजने के नाम पर झारखंड और बिहार में अब तक करोड़ो रुपए ठगने वाले आरोपी को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया
क्या है मामला
हज के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले इरशाद आलम उर्फ नौशाद आलम धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र के भूईफोड़ में छिपा था. गुप्त सूचना के आधार पर रांची पुलिस ने सरायढेला थाने की मदद से इरशाद को गिरफ्तार किया और रांची लाकर पूछताछ की जा रही है. आरोपी से हुई पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है. आरोपी इरशाद ने खुलासा किया है कि उसका गिरोह पूरे झारखंड में फैला हुआ है. गिरोह में आधा दर्जन सदस्य हैं, जो बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, गोड्डा, दुमका आदि जिलों में फैले हैं. इरशाद ने पुलिस को यह भी बताया है कि हजयात्रा के नाम पर रांची में दो दर्जन लोगों से करीब 50 लाख रुपए की ठगी कर चुका है. ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि आरोपी इरशाद को गिरफ्तार करने के लिए आठ महीने से पुलिस लगी थी. उन्होंने कहा कि गिफ्तार आरोपी ने हज और उमरा के नाम पर इफ्तेखार अहमद अंसारी से 12 लाख रुपए ठगी की थी तब से पुलिस इरशाद की तलाश में जुट गई थी.
पुलिस जांच में पता चला है कि इरशाद आलम उर्फ नौशाद आलम हज यात्रा के नाम पर 2014 से ही ठगी कर रहा था. वर्ष 2019 में उसने 58 लोगों से हज के नाम पर रुपये लिए थे, जिसमें सिर्फ 35 लोगों को ही हज पर भेजा था. बताया जा रहा है कि वर्ष 2014 में पटना में उसने नेशनल टूर एंड ट्रैवल के नाम पर तीन करोड़ रुपए की ठगी की. इसके बाद वह नेपाल भाग गया. उसी समय से बिहार पुलिस भी खोज रही थी. पुलिस के अधिकारी सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार इरशाद शातिर अपराधी है और वह 20 सिम रखता था. प्रत्येक दिन अलग-अलग सिम से बातचीत किया करता था. उन्होंने कहा कि आरोपी के पास से फर्जी आधार कार्ड, पासपोर्ट, हज और उमरा के गाइडलाइन बुक सहित अन्य चीजें भी बरामद हुई हैं.
आरोपी का बैंक खाता पुलिस ने किया फ्रिज
ग्रामीण एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का एक्सिस बैंक और आइसीआईसीआई बैंक में खाता है. दोनों बैंक के खातों में करीब 11 लाख रुपये जमा हैं. उन्होंने कहा कि दोनों खातों को फ्रीज कर दिया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति उस राशि को निकाल नहीं सके.