कांके: कृषि काला कानून बील वापस को लेकर ग्रामीण कांग्रेस ने पद यात्रा निकाली गयी जिसमें मुख्य रुप से कांग्रेस नेता चन्दन बैठा ने कहा आज देश के खेत और खलिहान दोनों पर हमला बोला गया है. देश के खेत-मजदूर और किसान को गुलाम बनाने का षड्यंत्र किया जा रहा है. मोदी जी बताइए अगर मंडिया खत्म हो गई तो किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा कैसे? देगा कौन? कैसे लेगा किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य? क्या फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया साढ़े 15 करोड़ किसानों के खेत में जाकर न्यूनतम समर्थन मूल्य देकर आयेगी।
श्री चन्दन बैठा ने कहा कि जब तक यह काला बील वापस नहीं आ जाती है तब तक यह आदोलन किसानों के कांधे से कांधा मिलाकर लड़ाई लड़ेगी।
वही कांके जिला के ग्रामीण प्रखंड अध्यक्ष संजर खान ने कहा कि । उन्होंने इस दौरान कहा कि किसान विरोधी कानूनों को मोदी सरकार ने कोरोना काल में गुपचुप तरीके से बहुमत के आधार पर पारित कर लिया। तीनों काला कानूनों के विरोध में इन दिनों देश के किसान आंदोलनरत हैं।
यह कार्यक्रम संघटन सचिव मोइनुल अंसारी के नेतृत्व में किया गया मौके पर वाहिद अंसारी, फलिन्दर मुंडा सरवन पांडे, कैलाश पांडे, भिखारी महली, पंकज सिंह, पंकज महली, अशोक पांडे, संजय पांडे सहित दर्जनों लोग मौजूद हुवे। मौके पर वनभोज का कार्यक्रम भी रखा गया था।