लड़की वालो से दहेज़ की मांग करना इस्लाम के सख्त खिलाफ है
रांची: शादियों में बढ़ रही गैर शरई कामों के खिलाफ
खानकाह मज़हरया मुनामिया फिरदौस नगर की जानिब से
देश के तमाम उलमाए काराम को भेजा जा रहा है एक अहम पैग़ाम
शादियों मे बेंड बाजे नाच गाने और दहेज़ की मांग और
गैर इस्लामी कामों को ले कर खानकाह के अराकीन ने तमाम फ़ुज़ूल खर्चों पर फ़िक्र का इज़हार करते हुए मुल्क भर के तमाम उलमा ए कराम से अपील की है की जिन शादियों मे ये क़ुराफ़ात पायी जाये उन शादी में काज़ी निकाह ना पढ़ाये !
लड़की वालो से दहेज़ का मांग करना इस्लाम के सक्त खिलाफ है। दहेज़ नहीं होने की वजह से गरीब लड़कियों की शादियों मैं रुकावट होती है
अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैह अलैहि वसल्लम ने निकाह,शादी को आसान करने का हुक्म दिया है
दहेज़ जैसी लानत को रोका जाये। हमारी अपील ये है के जुमला उलमा,काज़ी,हुफ़्फ़ाज़, और मुल्क भर के जुमला खानकाह के सज्जादा नशी इस पैग़ाम को उर्स की महफिलो,जलसो और जुम्मा की नमाज़ में लोगो तक
ये बात पहुचाये और उन्हें बातये के हमारा मज़हब इस्लाम हमें शादियों के मुतालिक क्या हुक्म देता है ,जिसमे हमारे लिए दीन और दुनिया दोनों मे कामयाबी वा तर्राकी हो और हमारे समाज से बुराई का खात्मा हो।