रांची: पिस्का मोड़ सत्यारी सरना स्थल के समक्ष विभिन्न आदिवासी धार्मिक समाजिक संगठन के तत्वावधान मे आज एकदिवसीय धरना दिया गया। महिला थाना थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत को लेकर सीबीआइ जांच का मांग किया सरकार से । धरना का अध्यक्षता आदिवासी सेना अध्यक्ष शिवा कच्छप ने किया।
उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की जा रही है
आदिवासी सेना अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि साहेबगंज जिले में पदस्थापित महिला थाना थानाप्रभारी रूपा तिर्की की मौत संदेहात्मक है, परंतु उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की जा रही है, परिवार जनो का भी कुछ लोगों का सीधा-सीधा अरोप हत्या का लगा रहे हैं , फिर भी वर्तमान झारखंड की जेएमएम कांग्रेस की सरकार मनाने को तैयार नहीं है, इससेे स्पष्ट होता है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या की गई है और यह एक आदिवासी पुलिस पदाधिकारी की हत्या है ।
पंडरा मुखिया सुनिल तिर्की ने कहा कि इस तरह से यदि राज्य में घटनाएं होती रहेंगी तो आने वाले दिनों में इस तरह से गलती करने वाले लोगों की मनोबल बढते चले जाएंगे, और बडी बडी घटनाएं खुद ही चले जाएंगे, सबसे ज्यादा सोचने वाली बात है । बाईस पडहा जतरा समिति के अध्यक्ष बुधवा उरांव ने कहा कि आज एक आदिवासी मुख्यमंत्री के होते हुए भी आदिवासी समाज सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे,बहु बेटियों की इज्ज़त दांव पर लगी है, कभी भी किसी के साथ में गलत हो रही है और झारखंड सरकार घटनाओं पर अपना केवल कटाक्ष करती आई हैं, जबकि ऐसी घटनाओं को प्राथमिकता से करवाई करनी चाहिए जिससे राज्य शर्मसार होने से बच जाय । इस कार्यक्रम में मुख्य रूप सती तिर्की, चरकू उरांव, धरमू उरांव, लालू उरांव, मुन्तजीर खान , सिम्पी कुजूर, शोभा तिर्की, मिना देवी,
बिजय तिर्की, अन्नु मुंडा,बितनी तिर्की,