सोनू सूद ने भेजा था शूटिंग राइफल
न्यूजरूम टीम : नेशनल शूटर काेनिका लायक की बुधवार काे काेलकाता में रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। धनबाद के धनसार अनुग्रहनगर में रहने वाली काेनिका काेलकाता में पूर्व नेशनल खिलाड़ी जयदीप करमाकर के उत्तरपाड़ा काेचिंग कैंप में ट्रेनिंग ले रही थीं। काेनिका ने मौत कैसे हुई, यह स्पष्ट नहीं हो पाया। यह हत्या है या फिर उसने खुदकुशी की, पुलिस इसकी जांच कर रही है। सूचना पाकर उनके माता-पिता देर रात काेलकाता पहुंचे। पिता पार्थाे लायक ने बेटी द्वारा फांसी लगाने की बात कही।
हालांकि उन्हें कोनिका के परिचित और पूर्व काेच कई तरह के कयास लगा रहे हैं। राज्य स्तर पर चार गाेल्ड और सिल्वर मेडल जीत चुकीं काेनिका उस समय चर्चा में आई थीं, जब राष्ट्रीय टीम में चयन हाेने के बावजूद वे राइफल के अभाव में नेशनल टूर्नामेंट में शामिल नहीं हाे पाईं। उनके परिवार की आर्थिक हालत ऐसी नहीं थी कि वह राइफल खरीद सके।
ऐसे में लाॅकडाउन में लाेगाें के मददगार बने अभिनेता साेनू सूद सामने आए। 10 मार्च काे उन्हाेंने ट्वीट कर काेनिका काे राइफल देने का वादा किया और 24 मार्च काे 2.70 लाख की जर्मन राइफल उन्हें भिजवाया। साेनू सूद ने वीडियाे काॅल पर उनसे बात की और कहा कि अब वह मन लगाकर प्रैक्टिस करे।
कोलकाता में खुश नहीं थी, वापस धनबाद आकर करना चाहती थी ट्रेनिंग
कोलकाता में जयदीप करमाकर के कैंप में ट्रेनिंग ले रही काेनिका वहां खुश नहीं थी। वह कई बार शूटिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों से आग्रह कर चुकी थीं कि वह धनबाद लौटना चाहती हैं। कोलकाता में वह सहज महसूस नहीं कर रही हैं। इसी कारण कोच के कई कर्मी भी काम छोड़ चुके हैं। हालांकि इस बाबत भास्कर ने जयदीप से सवाल किया कि उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया।
कोलकाता पुलिस ने पिता को फोन पर कहा, बेटी अस्पताल में है : पिता पार्थाे लायक ने बताया कि काेनिका की फरवरी में शादी हाेने वाली थी। बुधवार काे काेलकाता पुलिस ने फाेन कर उन्हें कहा कि बेटी अस्पताल में हैं, तत्काल यहां पहुंचे। इसके बाद वे आनन-फानन में पत्नी के साथ काेलकाता पहुंचे ताे वहां बेटी का शव पड़ा था। बेटी का शव देख माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल था।
अहमदाबाद में टार्गेट से छेड़छाड़ के आराेप में हुई थीं निष्कासित
इसी साल नवंबर में अहमदाबाद में आयाेजित टूर्नामेंट में काेनिका काे शूटिंग टार्गेट में छेड़छाड़ का दाेषी पाया गया था। नेशनल राइफल एसाेसिएशन ऑफ इंडिया के एक्जीक्यूटिव मेंबर और झारखंड शूटिंग एसाेसिएशन के सचिव राजेंद्र सिंह विरदी ने बताया कि कोनिका ने टार्गेट से छेड़छाड़ के मामले में अपनी गलती मान ली थी। हालांकि उस टूर्नामेंट से उन्हें निष्कासित कर दिया था। इसके बाद से वह काफी तनाव में थी रहती थीं और अपने भविष्य काे लेकर चिंतित रहती थीं।
बेटी किसी से कम नहीं
कोनिका होनहार और साहसी थी। माता-पिता को उनपर बहुत नाज है। उन्हें बेटा की तरह मानते थे। पार्थो सबसे कहते थे कि बेटा नहीं तो क्या हुआ, कोनिका किसी से कम नहीं है। माता-पिता हमेशा उन्हें प्रोत्साहित करते रहे।
सोनू सूद ने कहा था देश के लिए पदक लाना
राष्ट्रीय स्तर पर निशानेबाजी के लिए कोनिका का चयन हो गया था, लेकिन उनके पास राइफल नहीं थी। वह अपने दोस्त की राइफल से निशानेबाजी का अभ्यास कर रही थीं। कोनिका ने सोनू सूद को ट्वीट कर जर्मन राइफल खरीदने के लिए मदद की गुहार लगाई थी। 10 मार्च को सोनू ने ट्विटर पर उन्हें मदद करने की घोषणा की थी। 24 जून को कोनिका को जर्मन राइफल मिल गई। इसके बाद कोनिका और सोनू ने वीडियो काल पर बातचीत की थी। सोनू ने कहा था- तुम देश के लिए पदक लाना, तब मेरा भी सपना पूरा होगा। राइफल मिलने के बाद अगस्त से वह कोलकाता में प्रशिक्षण ले रही थीं। निशानेबाजी में कोनिका की यात्रा 2014 से शुरू हुई थी। वह बस्ताकोला शूटिंग सेंटर में जाने लगी थी। इसके बाद झारखंड की तरफ से खेलते हुए उन्होंने कई पदक जीते। राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में उन्हें मौका मिल गया था। अब वह अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने की तैयारी कर रही थीं।