क्रय धान के भुगतान की मांग पर प्रदेश भाजपा ने किया वर्चुवल धरना, राज्यपाल को सौंपा मांग पत्र
किसानों के क्रय धान के भुगतान की मांग को लेकर वर्चुवल धरना के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने हेमन्त सरकार को किसान विरोधी सरकार की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है। किसानों से पिछले नवंबर खरीदे गए धान का भुगतान अब तक नहीं होना दुर्भाग्यजनक है। कोरोना कालखंड में किसान पहले से परेशान हैं, इन्हें सरकारी मदद चाहिए थी लेकिन दुख है कि सरकार मदद तो दूर उनके हक का पैसा भी उन्हें प्राप्त नहीं हो रहा है। अन्नदाता बेबस और लाचार हैं क्योंकि उनकी पूरी पूंजी सरकार के पास है जबकि किसान फिर से खेत में जाने को तैयार खड़े हैं। थोड़े ही दिनों बाद बरसात भी दस्तक देने वाली है।
₹2 लाख ऋण माफी का वादा पूरा करे हेमन्त सरकार
उन्होंने कहा कि झामुमो कांग्रेस और राजद ने किसानों को छलने का काम किया है। भीगा धान के बहाने सरकार ने ज्यादातर किसानों से धान खरीद में आनाकानी किया। जिस कारण किसान ओने पौने दाम में बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर हुए। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से किसानों के लिए खाद बीज अविलंब व्यवस्था कराने की मांग की। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस झामुमो ने सरकार गठन के साथ ही ₹2 लाख तक की ऋण माफी के वादे को भी अविलंब भुगतान करे। उन्होंने कहा कि धान बोने का समय आ गया है, अधिकांशतः किसान इस आशा और भरोसा में रहे की शेष धान जो घरों में बचे हैं वो सरकार खरीदेगी लेकिन धान नहीं खरीद होने के कारण या तो किसान औने पौने दामों में धान को बिचौलियों के हाथो में बेच डाला या धान किसानों के घर में सड़ रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में किसानों के बीच विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है और किसान काफी हताश और निराश हैं।
झमुमो कांग्रेस राजद बोल बच्चन की भूमिका निभा रहे: बाबूलाल मरांडी
वहीं वर्चुअल धरना को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी झामुमो कांग्रेस और राजद के वादे को याद कराते हुए कहा कि हेमंत सरकार ने चुनाव पूर्व सरकार गठन के तुरंत बाद ₹2 लाख ऋण माफी की घोषणा की थी इसे अविलंब लागू किया जाए। उन्होंने कहा की कृषि मंत्री बादल पत्रलेख कृषि कानून के विरोध में दिल्ली तक पहुंच गए लेकिन झारखंड के किसानों का आज तक सुध तक नहीं लिया। उन्होंने कहा कि धान भीगने के नाम पर और सरकार की लालफीताशाही के कारण लगभह एक लाख किसानों ने ही धान विक्रय किया। इसके बावजूद भी सरकार भुगतान नहीं कर रही है यह दुखद है। उन्होंने कहा कि कई ऐसे भी किसान हैं जिनका 2019-20 का भुगतान भी बकाया है। उन्होंने सरकार से बिना विलंब किए हुए भुगतान करने की मांग की है। साथ ही किसानों के लिए खाद बीज भी उपलब्ध कराने की मांग की है ताकि किसानों को महंगे खाद बीज खरीदना ना पड़े।
उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत आठवीं किस्त के रूप में झारखंड के लगभग 14 लाख किसानों को 286 करोड़ से ज्यादा सीधे खाते में फंड ट्रांसफर करने पर आभार जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ कहने पर नहीं बल्कि करने में विश्वास रखती है जबकि झामुमो कांग्रेस और राजद नीत की सरकार अब तक सिर्फ कहने पर विश्वास की है। यह बोल बच्चन की सरकार है। किसानों का भरोसा सरकार से टूट चुका है। रघुवर सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत प्रत्येक किसानों को प्रत्येक एकड़ ₹5 हजार व 5 एकड़ पर ₹25 हजार तक देने की योजना समेत अन्य योजनाओं को बंद कर दिया।
हजरीबाग अस्पताल से 200 सिलेंडर की चोरी सरकारी तंत्र की विफलता
श्री मरांडी ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से निपटने के प्रयास में झारखंड सरकार असफल दिख रही है ग्रामीण इलाकों में तेजी से संक्रमण फैल रहा है। इलाज की घोर अव्यवस्था है। ग्रामीण इलाकों में जागरूकता का भी घोर अभाव है, लोगों में भय आक्रांत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झामुमो राजद के नेताओं और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा स्वदेशी वैक्सीन पर उठाए गए सवाल के कारण भी लोग दिग्भ्रमित हुए। हेमंत सरकार वैक्सीनेशन में भी लक्ष्य से काफी पीछे है। निजी अस्पतालों में लूट मची है। उन्होंने हजारीबाग मेडिकल कालेज से 200 ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी पर भी सरकार व प्रशासनिक अमला को घेरे में लेते हुए कहा कि यह सरकारी तंत्र की विफलता है। इसके साथ ही लॉकडाउन के पालन के दौरान पुलिस द्वारा आम लोगों की पिटाई को अमानवीय करार दिया।
श्री मरांडी ने कहा कि प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी दिन रात एक कर कोरोना संक्रमण से निपटने में लगे हैं। रात रात तक डॉक्टर, एक्सपर्ट और मुख्यमंत्रियों से बात कर रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस का उपहास उड़ाने में लगे हैं। जबकि प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए गए राय को अम्ल करते हुए कई राज्य लगातार बेहतर कार्य कर रहे हैं। पड़ोसी राज्य उड़ीसा इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल स्थिति से निपटने के लिए सरकार को ट्रेंड लोगों को भी बहाल करना चाहिए।
किसानों द्वारा क्रय धान की भुगतान को लेकर प्रदेश भर के भाजपा कार्यकर्ता वर्चुवल धरना दिया। जिसमें प्रदेश पदाधिकारीगण, विधायक, सांसद, जिलाध्यक्ष, मंडलध्यक्ष, पूर्व विधायक/मेयर/डिप्टी मेयर/नगर पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अन्य सभी पंचायत स्तर तक के जनप्रतिनिधिगण व भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश में तख्ती लेकर वर्चुवल धरना को संबोधित किया व राज्यपाल को ऑनलाइन मांग पत्र भी सौंपा।