रांची:रांची में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामले पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। एक ओर जहां शहर में जांच बढ़ा दी गई है वहीं, दूसरी ओर संक्रमितों के बेहतर इलाज की व्यवस्था की जा रही है। निजी हॉस्पिटल में अब मरीजों का बेहतर इलाज हो, इसके लिए डीसी छवि रंजन ने रविवार को निजी हॉस्पिटल संचालकों के साथ बैठक की। निजी हॉस्पिटल में संक्रमितों के बेहतर इलाज के लिए कई हॉस्पिटल के साथ इंसिडेंट कमांडर को टैग कर दिया गया है।
डीसी ने इंसिडेंट कमांडर को साफ तौर पर कहा कि वे 24 घंटे अपना मोबाइल ऑन रखें। किसी भी मरीज कि कोई परेशानी की सूचना मिलती है तो उसका तत्काल निदान करें। हॉस्पिटल संचालकों को इंसिडेंट कमांडर के साथ समन्वय स्थापित कर कोविड -19 को लेकर बेहतर प्रबंधन करने का निर्देश दिया गया।
सरकारी – प्राइवेट अस्पतालों के साथ टैग किए गए ये इंसिडेंट कमांडर्स
रिम्स, बरियातू के लिए शैलेश कुमार, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी रांची।
सदर अस्पताल, रांची के लिए ब्रज लता, कार्यपालक दंडाधिकारी।
सीसीएल गांधीनगर, कांके के लिए शत्रुंजय कुमार, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग को इनसिडेंट कमांडर बनाया गया है।
मनोज कुमार अंचल अधिकारी बरगाई को कॉविड केयर सेंटर खेलगांव तथा प्राइवेट अस्पताल पल्स हॉस्पिटल बरियातू, गुलमोहर हॉस्पिटल बूटी मोड़, मेडिका बरियातू रोड बूटी मोड़, आलम हॉस्पिटल बरियातू, सैमफोर्ड कोकर और हेल्थ प्वाइंट बरियातू के लिए इंसिडेंट कमांडर बनाया गया है।
प्रकाश कुमार, सीओ रांची सदर को प्राइवेट अस्पताल अंजुमन इस्लामिया हॉस्पिटल, राज हॉस्पिटल मेन रोड, गुरु नानक हॉस्पिटल स्टेशन रोड, आर्किड लालपुर, सेवा सदन, सेंटवीटा हॉस्पिटल फिराया लाल, रानी हॉस्पिटल रेडियम रोड, रामप्यारी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के लिए इंसीडेंट कमांडर बनाया गया है।
विजय करकेट्टा ओरमांझी अंचल अधिकारी को प्राइवेट अस्पताल मेदांता इरबा तथा एस्क्लेपियस सेंटर फॉर मेडिकल साइंस,इरबा के लिए इंसिडेंट कमांडर बनाया गया है।
सुरेंद्र उरंव अंचल अधिकारी नामकुम को समर हॉस्पिटल सिंह मोड़ और मां कलावती हॉस्पिटल टाटा रोड के लिए इंसिडेंट कमांडर बनाया गया है।