![विधायक इरफान अंसारी ने बिजली मिस्त्री गोपाल मलिक के शव को कंधा देकर श्मशान घाट तक पहुंचाया](https://jharkhandnewsroom.com/wp-content/uploads/2021/05/16-6.jpg)
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सह जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी जामताड़ा NAC के वार्ड नंबर 14 के रजामडीह पहुंचे जहां कल 30 वर्षीय गोपाल मलिक, जो पेशे से बिजली मिस्त्री था, की मौत हो गई।रात के सोने के क्रम में उसके ब्रेन में कीड़े घुस जाने के कारण ब्रेन हेमरेज हो गया और वो धनबाद के पीएमसीएच हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वह अपने पीछे बूढ़ा मां-बाप पत्नी एवं एक बेटा और एक बेटी को छोड़कर चला गया। परिवार में वह एकमात्र कमाने वाला था जो मिस्त्री का काम कर अपने परिवार का पालन पोषण करता था। हर किसी के बुलावे पर वह पहुंच जाता था। आज अचानक उसके चले जाने से पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया था।
पूर्व में विधायक ने गोपाल मलिक को बचाने की बहुत कोशिशें की। धनबाद से लेकर रांची तक सारी व्यवस्था कराया परंतु ईश्वर को कुछ और मंजूर था। विधायक जी के आंखों में आंसू साफ झलक रहे थे और उन्होंने भरोसा दिलाया की इस परिवार को मैं गोद ले रहा हूं और इस परिवार को जो भी मदद की आवश्यकता होगी वह मैं करूंगा। उन्होंने अपने जेब से सारे राशि निकालकर परिवार वालों के हाथों में सौंपा और कहा कि आप लोग चिंता ना करें इरफान अंसारी आपके साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगा।
आगे विधायक ने शव को कंधे में लेकर शमशान तक तक पैदल गए और कहा मैं आपके साथ हूं और मेरा मानना है कि जो मुसीबत में काम आता है उससे सच्चा साथी कोई नहीं हो सकता और यह तो एक पुण्य का काम है।
इस अवसर पर वार्ड के सभी लोगों ने कहा कि विधायक गरीबों के मसीहा हैं। जिस प्रकार उन्होंने गोपाल को बचाने के लिए हर कोशिश किया वह सराहनीय है। एक चीज़ तो साफ हो गई कि जिस प्रकार हम लोग जात पात के नाम पर बँट जाते हैं वह सरासर गलत है।हमारे विधायक ऐसे मिले हैं जो निस्वार्थ होकर धर्म से ऊपर उठकर हम सभी लोगों की मदद करते हैं और दुख में काम आते हैं।आज हम सब भी कसम खाते हैं कि ऐसे विधायक को अब हम लोग भी नहीं छोड़ेंगे और कोई भी गलती अब भविष्य मे नहीं करेंगे।विधायक ने अपने कार्यों से सबका दिल जीत लिया है।
मौके पर गोपाल की मां ने कहा की मेरा बेटा भाजपा के एक नेता के घर मे मिस्त्री का काम करता था लेकिन जब मुसीबत में मदद मांगने के लिए गया तो उसने मुंह मोड़ लिया और ऐसे समय में आपने हमारा साथ दिया।
बातें सुनकर विधायक काफी भावुक हो उठे और कहां की जात पात धर्म से ऊपर उठकर गरीबों की मदद करना ही मेरा धर्म है। यह बातें कहते हुए विधायक शव को लेकर शमशान की ओर चल पड़े।