रांची:महिला दिवस पर सरकारी विज्ञापनों में और जमीनी हकीकत में जमीन -आसमान का फर्क है,
रांची के रेलवे ट्रैक के पास किराए के मकान में रहने वाली अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी पुष्पा मिंज आर्थिक तंगी झेल रही है,पेट पालने के लिए पुष्पा कडरू ब्रिज के नीचे सब्जी बेचने को मजबूर है,दिव्यांग पुष्पा मिंज ने अंतरराष्ट्रीय खेल में गोल्ड मेडल जीता. नरकोपी की रहने वाली पुष्पा ने देश और राज्य का नाम रोशन किया. छोटे से गांव से अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेलना किसी भी लिहाज से पुष्पा के आसान नहीं था. लेकिन देश की ये होनहार खिलाड़ी सब्जी बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करने पर मजबूर है.
अप्रैल 2023 में नेपाल में हुए अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल चैंपियनशिप में भारत के दिव्यांग टीम ने गोल्ड जीतकर देश का नाम ऊंचा किया था,इसी टीम की पुष्पा मिंज को भी गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया था,लेकिन जीवन यापन करने और प्रैक्टिस का खर्च उठाने के लिए पुष्पा कडरू ब्रिज के नीचे सुबह 5 बजे से 9 बजे तक सब्जियां बेच रही है।