रांची:रजब के अवसर पर मस्जिद जफरिया में स्थित अंसार नगर चर्च रोड रांची में जश्ने मोलूदे काबा का आयोजन किया गया इसकी अध्यक्षता हाजी मौलाना सैयद तहजीब बुल हसन रिजवी इमाम मस्जिद जफरिया ने की इसके मुख्य अतिथि सय्यद जावेद हैदर कार्यकारी सेक्रेटरी झारखंड विधानसभा उपस्थित हुए मौलाना तहजीब उल हसन सभा को संबोधित करते हुए उक्त विचार पेश किया उन्होंने कहा कि इस जश्न को जशने मोलूदे काबा इसलिए कहते हैं कि दामाद ए रसूल जा नशीने मुस्तफा हजरत अली का जन्म 13 रजब को मक्के की पवित्र धरती खाने काबा में हुआ था और आपने अपनी मां के साथ तीन दिन काबे में गुजर और 15 रजब को रसूल इस्लाम की गोद में आंखें खोली और आपने रसूल इस्लाम के चेहरे की जियारत की आपकी पैदाइश काबे में और आपकी शहादत मस्जिद में हजरत अली का दुनिया में कोई सानी नहीं है क्योंकि नबी ने फरमाया अली तुम्हारा दुश्मन मेरा दुश्मन है तुम्हारा दोस्त मेरा दोस्त है अली की दुश्मनी मुनाफिक की पहचान है आओ हम सब मिलकर दुनिया को बताएं की अली की मोहब्बत का नाम ईमान है अली की मोहब्बत के बगैर कोई भी बशर निजात हासिल नहीं कर सकता इस कार्यक्रम का संचालन निहाल सरइयावी ने किया मुख्य रूप से हसनैन रांची कासिम अली अमूद अब्बास
कमर अहमद अता इमाम यूनुस रजा हैदर चंद मोहम्मद इमाम बाकर राजा ने कलाम पेश किया अंजुमन जफरिया द्वारा अच्छे कार्य करने पर सैयद मेहंदी इमाम सैयद हाशिम अली सोहेल सईद शारिक अली को मोलूदे काबा आवाड से सम्मानित किया गया इस कार्यक्रम का आयोजन अंजुमन जफरिया द्वारा किया गया धन्यवाद ज्ञापन अंजुमन के सचिव सैयद अशरफ हुसैन रिजवी ने किया।